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10वीं कक्षा के परीक्षा परिणामों के फॉर्मूले पर उठाए सवाल

चंडीगढ़, (गुरप्रीत) हरियाणा कांग्रेस अध्यक्ष कुमारी सैलजा ने हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड द्वारा जारी 10वीं कक्षा के परीक्षा परिणामों के फॉर्मूले पर सवाल उठाए हैं। उन्होंने कहा कि कोरोना महामारी के बीच बोर्ड के फॉर्मूले की वजह से प्रदेश के हजारों विद्यार्थियों का भविष्य अंधकारमय हो गया है। जिन विषयों की परीक्षा ही नहीं हुई, उन विषयों में भी विद्यार्थियों को फेल कर दिया गया है।
इस संदर्भ में हरियाणा कांग्रेस अध्यक्ष कुमारी सैलजा ने बुधवार को प्रदेश के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर को एक पत्र भी लिखा। पत्र में उन्होंने मुख्यमंत्री मनोहर लाल से जिन विषयों की परीक्षा नहीं हुई, उनका दोबारा से मूल्यांकन पंजाब राज्य की तर्ज पर करने और विद्यार्थियों को उत्तीर्ण करने की मांग की है।कुमारी सैलजा ने कहा कि हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड द्वारा जारी 10वीं कक्षा के परीक्षा परिणामों में केवल 65 प्रतिशत विद्यार्थी ही उत्तीर्ण हो पाए हैं, जो कि अत्यंत चिंता का विषय है। कोरोना महामारी के बीच शिक्षकों और अभिभावकों को यह उम्मीद थी कि हरियाणा प्रदेश में भी पंजाब सरकार के फैसले की तर्ज पर सभी बच्चों को उत्तीर्ण कर अगली कक्षा में प्रमोट कर दिया जाएगा। कुमारी सैलजा ने कहा कि कोरोना महामारी की वजह से हमारे प्रदेश में 10वीं कक्षा के कई विषयों की परीक्षा नहीं हो पाई थी। यह बेहद ही हैरानी की बात है कि जिन विषयों की परीक्षा ही नहीं हुई, उन विषयों में भी बहुत से विद्यार्थी फेल कर दिए गए। ऐसा बोर्ड द्वारा अपनाए गए फॉर्मूले के कारण हुआ। जो विद्यार्थी उत्तीर्ण हुए हैं, इस फॉर्मूले की वजह से उनमें से भी कई विद्यार्थियों को खासा नुकसान उठाना पड़ा है और उनकी परसेंटेज कम आई है। इससे हज़ारों विद्यार्थियों का भविष्य संकट में आ गया है।
कुमारी सैलजा ने कहा कि हरियाणा बोर्ड द्वारा जारी 10वीं कक्षा के परीक्षा परिणामों का यह फॉर्मूला बिल्कुल भी तर्कसंगत नहीं है। इस महामारी के बीच तनावपूर्ण माहौल में यह हमारे प्रदेश के बच्चों के साथ घोर अन्याय है और उनके भविष्य के साथ खिलवाड़ है। कुमारी सैलजा ने मुख्यमंत्री से आग्रह करते हुए कहा कि जिन विषयों की परीक्षा नहीं हुईं, उन विषयों का दोबारा से मूल्यांकन पंजाब राज्य की तर्ज पर किया जाए और इन विद्यार्थियों को उत्तीर्ण कर राहत दी जाए।