लुधियाना, ; पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने उद्योगपतियों को 23 और 24 फरवरी को ‘निवेश पंजाब सम्मेलन’ में दुनिया भर से शिरकत करने आ रहे उद्योगों के सामने ‘ब्रांड पंजाब’ को उभारने के लिए आगे आने का न्योता दिया है। एक सैशन के दौरान उद्योगपतियों के साथ विचार-चर्चा के दौरान मुख्यमंत्री ने कहा कि दुनिया भर में पंजाबियों को उनकी सख़्त मेहनत और उद्यमी गुणों के कारण जाना जाता है। उन्होंने कहा कि पंजाबी उद्यमियों ने वैश्विक स्तर पर अपनी काबिलीयत को सिद्ध भी किया है और अब दुनिया के आगे राज्य की अथाह क्षमता का प्रगटावा करने का समय आ चुका है। भगवंत मान ने कहा कि राज्य को देश का औद्योगिक केंद्र बनाना समय की ज़रूरत है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि वह यहाँ उद्योपतियों को सम्मेलन के लिए न्योता देने नहीं आए बल्कि उद्योगपतियों को राज्य सरकार का सहयोग करते हुए सम्मेलन में पहुँचने वाले औद्योगिक दिग्गज़ों की मेज़बानी करने के लिए बढ़-चढ़ कर आगे आना चाहिए। भगवंत मान ने उम्मीद ज़ाहिर की कि वह दिन दूर नहीं, जब पंजाब औद्योगिक विकास में अग्रणी राज्य बन कर उभरेगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि देश की राष्ट्रीय जी. डी. पी. में राज्य का तीन प्रतिशत योगदान है। उन्होंने कहा कि पंजाब की धरती उपजाऊ है और यहां असाधारण स्वभाव वाले लोग हैं जो देश और इसके लोगों के लिए कुछ भी कर सकते हैं। भगवंत मान ने कहा कि स्टार्ट अपज़ में राज्य पहले नंबर पर है और पंजाब के उद्यमियों ने विश्व की अर्थव्यवस्था में अमिट छाप छोड़ी है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार ने उद्योग और वाणिज्य को अधिक बढ़ावा देने के लिए पंजाब के लिए नयी औद्योगिक नीति लागू की है। उन्होंने कहा कि यह नीति सभी भाईवालों ख़ास कर उद्योगपतियों के साथ विचार-विमर्श के बाद तैयार की गई है। भगवंत मान ने कहा कि इस नीति के सम्बन्ध में यदि कोई और सुझाव है तो हम उसका स्वागत करेंगे। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार जल्दी ही स्टैंप पेपरों के लिए कलर कोडिंग (विशेष रंगों वाले स्टैंप पेपर) लागू करेगी जिससे उद्योगपतियों को उनके नये प्रोजेक्टों के लिए जल्दी मंज़ूरी दी जा सके।
मुख्यमंत्री ने कहा कि वह उद्योगपतियों को सम्मेलन के लिए न्योता देने के लिए चेन्नयी, हैदराबाद और मुंबई गए थे। उन्होंने कहा कि इन महानगरों के औद्योगिक अदारे राज्य में औद्योगिक विकास की असीम संभावनाओं के बारे जान कर हैरान थे। भगवंत मान ने कहा कि राज्य सरकार के अथक यत्नों स्वरूप यह उद्योगपति अब पंजाब में निवेश करने के लिए तैयार हैं।