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गीता के ज्ञान रूपी प्रकाश से दूर होंगी पूरे विश्व की समस्याएं- मुख्यमंत्री


मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल ने करीब 5 करोड़ की लागत से बने गीता संग्रहालय एवं म्यूजियम के लघु स्वरूप का किया उदघाटन

चंडीगढ़ (अदिति) हरियाणा के मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल ने कहा कि पवित्र ग्रंथ गीता के ज्ञान रूपी प्रकाश से ही पूरे विश्व की शंकाए और समस्याएं दूर होंगी। इस ज्ञान के प्रकाश को अपने जीवन में धारण करने के लिए पवित्र ग्रंथ गीता के उपदेशों को अपनाना होगा।

मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल आज कुरुक्षेत्र में गीता ज्ञान संस्थानम केन्द्र में गीता संग्रहालय एवं म्यूजियम के प्रारम्भिक चरण का उदघाटन करने के उपरांत बोल रहे थे। उन्होंने कहा कि इस पवित्र ग्रंथ गीता के ज्ञान रूपी प्रकाश से ही मानव का डर समाप्त होगा। इन उपदेशों की जन्मस्थली कुरुक्षेत्र को यह गौरव प्राप्त हुआ और इस भूमि से मिले उपदेशों से ही पूरे विश्व को ज्ञान का प्रकाश मिल रहा है।

मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल ने कहा कि जीओ गीता संस्थान, जिस प्रकार इसका नाम है, उसी के अनुरुप यह संस्थान गीता का संदेश पूरे विश्व को दे रहा है और पवित्र ग्रंथ गीता को पूरे विश्व में प्रचारित करने का काम कर रहा है। श्रीमदभगवद गीता एक ऐसा ग्रंथ है, जिसको केवल सुनने, पढऩे या स्मरण करने से काम नहीं चलता है, बल्कि इस ग्रंथ के सार को जीवन में उतारकर इसका लाभ लिया जा सकता है। पवित्र ग्रंथ गीता का अपना एक आभा मंडल है, हम इसके आभा मंडल में रहेंगे तो जीवन में कोई भी गलत काम नहीं करेंगे, हमेशा अच्छा कार्य करने की प्रेरणा मिलेगी और जीवन शुध्द होगा।

उन्होंने बताया कि इस ग्रंथ के 16वें अध्याय का पहला श्लोक निर्भयता के बारे में ही है। ज्ञान और योग का तभी लाभ होगा जब निर्भय होकर जाप करेंगे, स्वाध्याय करेंगे, तभी समस्याओं का हल होगा। जीओ गीता संग्रहालय और पुस्तकालय इस पावन स्थली पर गीता-ज्ञान की जिज्ञासा लेकर आने वाले श्रद्धालुओं की पिपासा को शांत करने में तो उपयोगी होंगे, इसके साथ-साथ यह हमारी सांस्कृतिक विरासत को सहेजने में भी सहायक सिद्घ होंगे। जीओ गीता संस्थान की स्थापना ही गीता के विश्वस्तरीय अध्ययन केन्द्र के रूप में की गई है। यह संग्रहालय व पुस्तकालय इस अध्ययन केन्द्र की नींव का पत्थर साबित होंगे।

उन्होंने कहा कि गीता ज्ञान संस्थान कुरुक्षेत्र को भारतीय सभ्यता और संस्कृति के प्रमुख केन्द्र के रूप में विकसित करने के विजन को साकार करने में बड़ी भूमिका निभा रहा है। कुरुक्षेत्र की धरा पर आयोजित होने वाले अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव में भी यह संस्थान अग्रणी भूमिका निभाता आ रहा है, देश से बाहर मॉरीशस व ब्रिटेन में गीता महोत्सव का आयोजन करके गीता के संदेश को विदेशों में भी प्रचारित करने में अहम योगदान दे रहा है।

मुख्यमंत्री ने बताया कि केन्द्र व राज्य सरकार कुरुक्षेत्र के विकास के लिए प्रतिबद्ध है और सरकार का प्रयास है कि ब्रज कोसी यात्रा की तर्ज पर 48 कोस कुरुक्षेत्र की भूमि में स्थित तीर्थों की यात्रा शुरु की जाए। कुरुक्षेत्र विकास बोर्ड द्वारा 48 कोस कुरुक्षेत्र भूमि में स्थित 134 तीर्थों के साथ-साथ अन्य महत्वपूर्ण तीर्थों के सर्वेक्षण का कार्य भी करवाया जा रहा है, इन तीर्थों का कुरुक्षेत्र विकास बोर्ड द्वारा विकास भी किया जा रहा है। अब 134 तीर्थों के विकास के लिए सरकार बजट बढ़ाने का काम करेगी। उन्होंने कहा कि सरकार भगवान श्रीकृष्ण के दो बड़े मंदिर, जिनमें वृंदावन में 65 एकड़ में 800 करोड़ की लागत से और बैंगलोर में 700 करोड़ रुपए की लागत से बनाएगी। इसके साथ ही हरियाणा सरकार भी ज्योतिसर को एक विश्व दर्शनीय स्थल बनाने के लिए 150 करोड़ रुपए की राशि खर्च कर रही है। इस धर्मस्थल कुरुक्षेत्र में बन रहे गीता ज्ञान संस्थानम केन्द्र पर भी 100 करोड़ रुपए खर्च होंगे। अभी हाल में ही पंचकूला के एसपी सिंगला द्वारा संस्थान को दिए गए 51 लाख की सेवा के साथ-साथ अन्य लोगों को अपने सामर्थय के अनुसार सेवा करनी चाहिए ताकि समाज का यह संस्थान आगामी 2 सालों में पूरा हो सके।

गुरु शरणानंद जी महाराज ने गीता संग्रहालय एवं म्यूजियम के बनने की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि शास्त्रों में ज्ञान को सबसे अधिक महत्व दिया गया है और वेदों से भी ज्ञान की प्राप्ति होती है। जब ज्ञान रूपी प्रकाश प्रत्येक मानव में नजर आएगा तो निश्चित ही उसमें निर्णय लेनी की शक्ति भी पैदा होगी। उन्होंने कहा कि गीता ज्ञान संस्थानम केन्द्र भी पूरे विश्व को ज्ञान का प्रकाश देने में अपनी अहम भूमिका अदा करेगा।

गीता मनीषी स्वामी ज्ञानानंद महाराज ने कुरुक्षेत्र की धरा को नमन करते हुए कहा कि इस गीता ज्ञान संस्थानम केन्द्र की 4 मार्च 2016 को आधारशिला रखी गई थी, अब इसका स्वरूप नजर आने लगा है। उन्होंने कहा कि ज्योतिसर को एक भव्य स्वरूप देने का कार्य मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल द्वारा किया जा रहा है। मुख्यमंत्री के प्रयासों से ही 48 कोस के तीर्थों के जीर्णोद्घार का कार्य किया जा रहा है। इसी कड़ी में ही गीता ज्ञान संस्थानम में ही स्वास्थ्य और गीता के उपदेशों पर शोध करने, म्यूजियम में गीता के स्वरुपों को दिखाने तथा महान लोगों के विचारों को समाज के समक्ष रखने जैसे कार्यों को अमलीजामा पहनाने का काम शुरू किया गया है।

केन्द्रीय राज्यमंत्री श्री रतनलाल कटारिया ने कहा कि गीता संग्रहालय एवं म्यूजियम के माध्यम से भारत की संस्कृति को सहेजने का काम किया गया है, जो कि एक अनुकरणीय कार्य है। मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल ने कुरुक्षेत्र को अंतर्राष्ट्रीय पहचान देने, पर्यटन और अध्यात्म की दृष्टि से इस पवित्र स्थान को विश्व के मानचित्र पर लाने का काम किया गया है। यह पर्यटन स्थली आने वाले समय में आस्था का बड़ा केन्द्र बनेगी।

आरएसएस के सह सरकार्यवाह डा. कृष्ण गोपाल ने कहा कि कुछ वर्ष पहले अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव के दौरान गीता ज्ञान संस्थानम केन्द्र में पहुंचने का अवसर मिला और छोटे से अंतराल में ही इस संस्थानम में गीता को लेकर जो संग्रहालय व म्यूजियम बनाया है, वह निश्चित ही दर्शनीय स्थल के रूप में विकसित होगा।

आरएसएस के प्रांत संघचालक श्री पवन जिंदल ने कहा कि संग्रहालय का लोकार्पण एक आनंद का अवसर है। इस संग्रहालय से पूरे विश्व को ज्ञान मिलेगा।

जीओ गीता के उपाध्यक्ष एवं कुलपति डा. मारकंडे आहुजा ने अतिथियों का स्वागत करते हुए कहा कि 5 वर्ष पहले गीता ज्ञान संस्थानम केन्द्र का निर्माण कार्य शुरु हुआ और प्रथम चरण में लघु संग्रहालय का शुभारम्भ हो चुका है। इस संस्थानम के परिसर में गीता समागम, गुरुकुल, भोजनालय, गीता वैलनेस सेंटर, विभूति भवन बन चुके हैं और 18 मीटर लम्बे स्तम्भ, गीता कुंड, ज्ञान केन्द्र का निर्माण किया जाना है।

इससे पहले, मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल, आरएसएस के सह सरकार्यवाह डा. कृष्ण गोपाल, आरएसएस के प्रांत संघचालक श्री पवन जिंदल, गुरु शरणानंद महाराज, गीता मनीषी स्वामी ज्ञानानंद महाराज, केन्द्रीय जल शक्ति राज्यमंत्री श्री रतन लाल कटारिया, हरियाणा के खेलमंत्री सरदार संदीप सिंह, सांसद श्री नायब सिंह सैनी, विधायक श्री सुभाष सुधा, विधायक श्री रामकरण काला, हरियाणा कर्मचारी चयन आयोग के चेयरमैन श्री भारत भूषण भारती, मुख्यमंत्री के राजनैतिक सचिव श्री कृष्ण बेदी, हरियाणा सरस्वती धरोहर विकास बोर्ड के उपाध्यक्ष श्री धुम्मन सिंह किरमच, जीओ गीता दिल्ली के उपाध्यक्ष श्री किशोर अग्रवाल, जीओ गीता के उपाध्यक्ष एवं कुलपति डा. मारकंडे आहुजा ने विधिवत रूप से गीता ज्ञान संस्थानम केन्द्र में करीब 5 करोड़ रुपए की लागत से बने गीता संग्रहालय एवं म्यूजियम के प्रारम्भिक चरण का उदघाटन किया।

इस दौरान मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल व सभी अतिथियों ने युवाओं के लिए लिखी गई पवित्र ग्रंथ गीता के छोटे स्वरूप का विमोचन भी किया गया।

इस मौके पर विधायक श्री रामकरण काला, विधायक श्री लीला राम गुर्जर, विधायक श्री असीम गोयल, विधायक श्री रणधीर गोलन, विधायक श्री हरविन्द्र कल्याण, विधायक श्री प्रमोद विज, विधायक श्री संजय सिंह, विधायक श्री दीपक मंगला, विधायक श्री कमल गुप्ता, अंजू भाटिया, जीओ गीता दिल्ली के उपाध्यक्ष श्री किशोर अग्रवाल, मुख्यमंत्री के मुख्य प्रधान सचिव श्री डीएस ढेसी, स्वास्थ्य विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव श्री राजीव अरोड़ा सहित अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।

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