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जल स्रोत विभाग के विभिन्न काडरों में रिकॉर्ड 104 तरक्कियाँँ-सरकारिया


कफ्र्य़ू और लॉकडाउन के दौरान विभाग के अधिकारियों और कर्मचारियों द्वारा किए गए कार्यों की सराहना-कोविड की पाबंदियों के बावजूद शाहपुरकंडी मेन डैम का 45 प्रतिशत कार्य मुकम्मल; 3 साल तक बिजली उत्पादन शुरू होने की उम्मीद

चंडीगढ़, (अदिति ): जल स्रोत मंत्री सुखबिन्दर सिंह सरकारिया की पहलकदमी के स्वरूप विभाग के विभिन्न काडरों में 104 अधिकारियों को क$फ्र्यू और लॉकडाउन के दौरान तरक्कियाँ दी गईं हैं। क$फ्र्यू और लॉकडाउन के दौरान विभाग के अधिकारियों और कर्मचारियों द्वारा किए गए कार्यों की सराहना करते हुए सरकारिया ने कहा कि जल स्रोत विभाग, पंजाब की किसानी के लिए बहुत अहम है और मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिन्दर सिंह द्वारा दिए गए निर्देशों के अंतर्गत विभाग ने इस समय के दौरान बेमिसाल कार्य किए हैं। 

उन्होंने बताया कि लॉकडाऊन के दौरान भी विभाग के अधिकारी / कर्मचारी रजबाहों और माईनरों की सफ़ाई के कार्य में जुटे रहे हैं। इसके अलावा जल स्रोत विभाग के अधिकारियों / कर्मचारियों ने कोरोनावायरस से लडऩे के लिए 1.60 करोड़ रुपए सहायता के तौर पर मुख्यमंत्री राहत कोष के लिए दिए हैं। 

कोविड-19 महामारी के फैलाव को रोकने के लिए लगाईं गईं पाबंदियों के बावजूद शाहपुरकंडी डैम प्रोजैक्ट के मुख्य डैम का 45 प्रतिशत कार्य पूरा कर लिया गया है। सुखबिन्दर सिंह सरकारिया ने बताया कि कोविड से बचाव सम्बन्धी ‘मिशन फतेह’ के अंतर्गत बताए गए सभी सुरक्षा उपायों को यकीनी बनाते हुए जल स्रोत विभाग ने 29 अप्रैल, 2020 को शाहपुरकंडी डैम प्रोजैक्ट का निर्माण कार्य फिर से शुरू किया था। उन्होंने बताया कि इस प्रोजैक्ट में अगस्त 2023 तक बिजली उत्पादन शुरू होने की आशा है। इससे राज्य में सिंचाई प्रणाली और वातावरण समर्थकीय बिजली उत्पादन में और सुधार आएगा।

जल स्रोत विभाग में हुईं तरक्कियों सम्बन्धी जानकारी देते हुए एक प्रवक्ता ने बताया कि 5 निगरानी इंजीनियरों को मुख्य इंजीनियर के तौर पर तरक्की दी गई है, जबकि 25 कार्यकारी इंजीनियरों को तरक्की देकर निगरानी इंजीनियर बनाया गया है। इसी तरह 43 जे.ई. / सहायक इंजीनियरों को तरक्की देकर उप-मंडल अधिकारी (एस.डी.ओ.) बनाया गया है, और 31 राजस्व क्लर्कों / मुख्य राजस्व क्लर्कों को जि़लेदार के तौर पर तरक्की दी गई है। 

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