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पंजाब में राशन वितरण में गबन और पक्षपात की जांच करने का आग्रह


कहा कि प्रधानमंत्री राज्य में केंद्रीय ऑब्जरवर लगाए जाएं ताकि विस्तारित मुफ्त राशन योजना की निगरानी  रहे तथा ऐसा भ्रष्टाचार दोबारा न हो

चंडीगढ़ (गुरप्रीत): शिरोमणी अकाली दल के अध्यक्ष सरदार सुखबीर सिंह बादल ने आज प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी से आग्रह किया है कि वे कांग्रेस समर्थकों को अनाज और दालों के वितरण में पक्षपात के अलावा पंजाब में कांग्रेसियों द्वारा केंद्रीय राशन के गबन की जांच के आदेश दें।

अकाली दल अध्यक्ष ने कहा कि प्रधानमंत्री को लिखे पत्र में यह अनुरोध किया गया है कि विस्तारित गरीब कल्याण अन्न योजना के तहत् भेजे जा रहे राशन की केंद्रीय आब्ॅजरवर के माध्यम से कड़ी निगरानी की जाए ताकि इस योजना के तहत् प्राप्त राशन को सरेआम बाजार में न बेचा जाए यां फिर कांग्रेस समर्थकों के बीच वितरित न किया जा सके। उन्होने प्रधानमंत्री से यह सुनिश्चित करने का भी आग्रह किया कि केंद्रीय खाद्यान्न राहत के वितरण के दौरान गरीबों के साथ भेदभाव न किया जाए।

सरदार बादल ने कहा कि भले ही केंद्र ने पंजाब को 10 हजार मीट्रिक टन दालों के अलावा 70,725 मीट्रिक टन अनाज भेजा था, लेकिन इसे लोगों में वितरित नही किया गया।, हालांकि अप्रैल महीने के दौरान खाद्यान्न का पूरे स्टॉक का एक फीसदी वितरित किया गया था जब पंजाब में कर्फ्यू लगाया गया था और लोगों को राशन की बहुत ज्यादा जरूरत थी, बाद में पंजाब सरकार ने लोगों के प्रति जिम्मेदारी का नही निभाई और वितरण के लिए कांग्रेसियों को राशन सौंप दिया। बाद में केंद्रीय राशन का एक बड़ा हिस्सा कांग्रेसियों द्वारा गबन किया गया था, यहां तक कि उन्होने इसे अपने समर्थकों में वितरित किया था, बाद में समाज के गरीब तथा पिछड़े वर्गो की दशा बिगड़ी तथा उन्हे खाने पीने के लिए शिरोमणी गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी(एसजीपीसी) सहित सामाजिक व धार्मिक संगठनों पर निर्भर रहना पड़ा। सरदार बादल ने प्रधानमंत्री से कहा कि यदि वह लोग सेवा न करते तो फिर राज्य में भूखमरी से पता नही कितनी मौतें हो जानी थी।

सरदार बादल ने प्रधानमंत्री से अपील की कि इन तथ्यों को ध्यान में रखते हुए उन्होने इस सारे घोटाले की जांच के लिए एक विशेष टीम गठित करनी चाहिए। उन्होने कहा कि यह टीम पंजाब में इस अवसर पर आकर जांच कर सकती है तथा राज्य के पूरे खाद्य भंडार का ऑडिट प्रस्तुत करने के अलावा पंजाब में मौके पर आकर जांच कर सकती है। उन्होने कहा कि हमारी रिपोर्टों के अनुसार हजारों टन खाद्य भंडार गरीबों में बांटा नही गया है। गेंहू और दालों का स्टॉक कांग्रेसियों के घरों में भेज दिया गया तथा बाद में सरेआम बाजार में बेच दिया गया।

शिरोमणी अकाली दल के अध्यक्ष ने प्रधानमंत्री से यह भी कहा कि पंजाब सरकार ने प्रवासी मजदूरों को भी केंद्रीय राशन नही बांटा जिसके कारण राज्य से चले गए जिससे इंडस्ट्री के साथ साथ खेती बाड़ी के कार्य का  बहुत बड़ा नुकसान हुआ।

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