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स्कूली विद्यार्थियों को पढ़ाई के लिए उत्साहित करने के लिए सरकार दिए जा रहे हैं 17 किस्मों के वजीफे


चंडीगढ़ (गुरप्रीत) विद्यार्थियों की पढ़ाई को यकीनी बनाने और उनको उत्साहित करने के लिए सरकार की तरफ से इस समय 17 किस्म के वजीफे दिए जा रहे हैं।इसकी जानकारी देते हुए आज यहाँ पंजाब स्कूल शिक्षा विभाग के एक प्रवक्ता ने बताया कि अनुसूचित जातियों के लिए प्री-मैट्रिक स्कालरशिप स्कीम के तहत 9वीं और 10वीं कक्षा के विद्यार्थियों को सालाना 3000 रुपए प्रति विद्यार्थी वजीफा दिया जाता है। यह वजीफा उन विद्यार्थियों को दिया जाता है जिनके माता-पिता की आय 2.50 लाख रुपए से कम हो। इसी तरह ही अन्य पिछड़ी श्रेणियों के पहली से दसवीं तक के विद्यार्थियों को प्री-मैट्रिक स्कालरशिप स्कीम के तहत 1500 रुपए सालाना वजीफा दिया जाता है। इसमें भी माता-पिता की सालाना आय की सीमा 2.50 लाख रुपए रखी गई है।

डा. हरगोबिन्द खुराना वजीफा स्कीम के तहत दसवीं कक्षा में से 90 प्रतिशत या अधिक अंक प्राप्त करने वाले विद्यार्थियों को दो साल के लिए 3000 रुपए प्रति महीना वजीफा दिया जाता है। यह वजीफा स्कीम सिर्फ सरकारी और आदर्श स्कूलों के योग्य विद्यार्थियों के लिए है। इसी तरह जनरल स्कालरशिप स्कीम के तहत ब्लाक स्तर पर पाँचवी कक्षा में से पहली तीन पुजीशनें पर आने वाले तीन विद्यार्थियों और तीन छात्राओं को एक बार 1000 -1000 रुपए दिए जाते हैं। ब्लाक स्तर पर आठवीं कक्षा में से पहले तीन स्थानों के पर आने वाले तीन -तीन विद्यार्थियों और छात्राओं को एक बार 1500 -1500 रुपए वजीफा दिया जाता है।

अनक्लीन ओकूपेशन स्कालरशिप स्कीम’ के तहत पहली से दसवीं कक्षा तक के विद्यार्थियों को सालाना 1850 रुपए वजीफा दिया जाता है। इसमें आय की कोई सीमा नहीं है और यह वजीफा उन विद्यार्थियों को दिया जाता है जिनके माता-पिता चमड़ा रंगने, चमड़ा उतारने और कूड़ा कर्कट उठाने का काम करते हैं। इसी तरह 6वीं कक्षा से 12वीं कक्षा तक पढ़ते एस.सी. स्पोर्टस स्टूडैंट्स को भी वजीफे दिए जाते हैं। 6वीं कक्षा से 8वीं कक्षा वाले विद्यार्थियों को 500 रुपए, 9वीं कक्षा से 10वीं कक्षा मंे पढ़ने वालों को 750 रुपए और 11वीं कक्षा और 12वीं कक्षा के विद्यार्थियों को 1000 रुपए एक ही बार दिए जाते हैं। ब्लाक स्तर पर पहली तीन पुजीशनें हासिल करने वाले विद्यार्थियों और छात्राएँ इस वजीफे के लिए योग्य हैं।

अनुसूचित जातियों के लिए पोस्ट-मैट्रिरक स्कालरशिप स्कीम के तहत 2.50 लाख रुपए से कम आय वाले माता-पिता के बच्चों को मैनटेनैस अलाउंस सालान 2500 रुपए और होस्टलरों को सालाना 4000 रुपए दिया जाता है। इस स्कीम का लाभ उठाने वाला विद्यार्थी कोई अन्य वजीफा न लेता हो और उसकी 75 प्रतिशत हाजिरी हो। उसके कम से कम 50 प्रतिशत अंक होने चाहिएं। इसी तरह ही अन्य पिछड़ी श्रेणियों को पोस्ट-मैट्रिक स्कालरशिप स्कीम के तहत 160 रुपए प्रति महीना मैनटेनैस अलाउंस दिया जाता है। इसमें भी माता-पिता की सालाना आय की सीमा 1.50 लाख रुपए सालाना रखी गई है और विद्यार्थी की हाजिरी 75 प्रतिशत होनी चाहिए। इसलिए विद्यार्थी के अंक 60 प्रतिशत या अधिक होने चाहिएं।

इसी तरह ही ‘स्कीम आफ अप-ग्रेडेशन आफ मेरिट आफ एस.सी. स्टूडैंट्स’, अल्पसंख्यकों के लिए प्री-मैट्रिक स्कालरशिप स्कीम, अल्पसंख्यकों के लिए पोस्ट-मैट्रिक स्कालरशिप स्कीम, नेशनल मेरिट -कम -मीनज स्कालरशिप स्कीम, विकलांग विद्यार्थियों के लिए प्री-मैट्रिक स्कालरशिप स्कीम, विकलांग विद्यार्थियों के लिए पोस्ट-मैट्रिक स्कालरशिप स्कीम, रजिस्टर्ड श्रमिकों के बच्चों के लिए स्कालरशिप स्कीम, एस.सी. छात्राओं के लिए हाजिरी स्कलारशिप और ई.डब्ल्यू.सी. और बी.सी. लड़कों लिए हाजिरी स्कलारशिप के तहत अलग-अलग शर्त के अंतर्गत वजीफा दिया जाता है जिससे विद्यार्थी को अपनी पढ़ाई में कोई दिक्कत न आये।

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