top of page
  • globalnewsnetin

हरियाणा पुलिस ने पंचकूला में अवैध वसूली गिरोह का किया पर्दाफाश, चौकी इंचार्ज सहित 3 आरोपी गिरफ्तार


झूठे केस में फंसाने का दबाव बनाकर करते थे पैसे की मांग

चंडीगढ़ (अदिति) - हरियाणा पुलिस ने पंचकूला जिले में अवैध वसूली गिरोह को पर्दाफाश कर प्रभाव कार्रवाई करते हुए चैंकी इन्चार्ज सहित 3 आरोपियों को गिरफतार किया है। यह गैंग कर्ज के नाम पर अपने टारगेट को झांसा देता था और झूठे मुकदमे में फंसाने की धमकी देकर उनसे पैसे की अवैध वसूली करता था। पुलिस आयुक्त पंचकूला श्री हनीफ कुरैशी ने आज पत्रकारों को संबोधित करते हुए बताया कि पकड़े गए आरोपियों की पहचान अनिल भल्ला निवासी सेक्टर 2 पंचकूला, नरेन्द्र खिल्लन निवासी सेक्टर 10 पंचकूला तथा एएसआई गुरमेज सिंह इन्चार्ज पुलिस चौकी सेक्टर-2 पंचकूला के रूप में हुई है। इस काम में गैंग का अन्य सदस्य आकाश भल्ला भी साथ देता था जो अभी फरार है। इस अवसर पर पुलिस उपायुक्त पंचकूला श्री सुरेन्द्र पाल सिंह व एसीपी श्री विजय कुमार भी उपस्थित थे। इस संबंध में पुलिस को दी शिकायत में पंचकूला निवासी संजीव गर्ग ने बताया कि अनिल भल्ला ने उससे लोन तथा विदेश यात्रा के नाम पर 45 लाख रुपये लिये थे। उसके बाद लोन न देने पर जब शिकायतकर्ता ने अनिल भल्ला से पैसे मांगे तो जान से मारने तथा किसी केस में फँसाने की धमकी दी। शिकायत पर आगामी जांच सहायक पुलिस आयुक्त श्री विजय कुमार के द्वारा की गई जिसकी जांच से रिपोर्ट हालत सही पाया जाने पर अभियोग संख्या 242 दिनांक 26.05.2022 धारा 193, 212, 384, 406, 409, 420, 467, 468, 471, 506, 120-बी भा.द.स. के तहत थाना सेक्टर 5 पंचकूला में मामला दर्ज किया गया। जांच में यह भी खुलासा हुआ कि आरोपियों ने पुलिस से मिलीभगत कर शिकायतकर्ता के खिलाफ ही झूठा केस दर्ज करवा दिया तथा बचने के लिए कैश व महंगी कारों की मांग की। इस संबंध में कार के फर्जी कागजात भी तैयार करवाए। इस प्रश्न के उत्तर में उन्होंने बताया कि आरोपी अनिल भल्ला के खिलाफ अलग-अलग मामलों मे पहले भी शिकायते हैं। पुलिस को इस संबंध में 2016-17 से लेकर अब तक करीब 180 शिकायतों का पता चला है जिसमें से कुछ आरोपियों के खिलाफ तथा कुछ पीड़ितों के खिलाफ हैं। जांच में पाया गया कि गिरोह को सरगना अनिल भल्ला जो फाइनेंस का काम करता था, भोले भाले लोगों से खाली कागजों पर हस्ताक्षर करवाकर बाद मे उनको ब्लैकमेल करके उनकी जमीन जायदाद हड़पने व झूठे मुकदमों में फँसाने की धमकी देता था। आरोपियों द्वारा पीड़ित को गिरफ्तारी का डर दिखाकर पैसे व कारों की मांग की गई। एक अन्य प्रश्न के उत्तर में उन्होंने बताया कि अभी तक की जांच में पुलिस व अन्य लोगों की मिलीभगत भी सामने आई है जिसकी जांच की जा रही है। गिरफ्तारी के उपरान्त एएसआई गुरमेज सिंह इन्चार्ज पुलिस चौकी सेक्टर 02 पुलिस हिरासत से पुलिस को चकमा देकर फरार है। जिस सम्बध में उसके व अन्य दो कर्मचारियों के खिलाफ अलग से केस दर्ज किया गया तथा एएसआई गुरमेज सहित अन्य दो पुलिस कर्मचारी मुख्य सिपाही राजबीर सिंह तथा मुख्य सिपाही नरेश कुमार को निलंबित किया गया है। साथ ही चौथा आरोपी आकाश भल्ला अभी फरार है जिसे जल्द की काबू किया जाएगा। मामले की छानबीन जारी है।

0 comments
bottom of page