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अपराध और अपराधी की महिमामंडित करने से बचे लोग ताकि युवा अपराध की और न हो आकर्षित -डीजीपी शत्रुजीत


चंडीगढ़: पुलिस महानिदेशक श्री शत्रुजीत कपूर ने कहा कि यह हम सब का सामूहिक उत्तरदायित्व है कि हम अपराध और अपराधी दोनों को महिमंडित करने से बचे। ऐसा करने से युवाओं में अपराध की तरफ़ आकर्षित होने की भावना नहीं पनपेगी और यह संगठित अपराध की चैन को तोड़ने में मददगार होगा।


यह बात आज हरियाणा के पुलिस महानिदेशक शत्रुजीत कपूर ने जिला हिसार के स्थानीय फ़व्वारा चौक स्थित एडीजीपी कार्यालय में आयोजित एक पत्रकार वार्ता को संबोधित करते हुए कही। उन्होंने कहा कि क़ानून- व्यवस्था बनाये रखने के साथ- साथ पुलिस विभाग की प्राथमिकता महिला सुरक्षा, ड्रग्स की समस्या , साइबर क्राइम इत्यादि है। इसके लिए पुलिस विभाग के साथ आमजन की भी अहम भूमिका है। उन्होंने मीडिया के साथियों से आह्वान किया कि वे अपनी कलम से अपराधियों का नाम अपनी खबर में न लिखे क्योंकि अपराधी का नाम खबरों में आने पर उन्हें लगता है कि लोगों में उनका भय उत्पन्न होगा और वे उन्हें हीरो समझेंगे।


- नशा उन्मूलन के लिए पुलिस इसकी सप्लाई चैन को तोड़ने का कर रही है प्रयास-डीजीपी


एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि नशा उन्मूलन के लिए पुलिस इसकी सप्लाई चैन को तोड़ने का प्रयास कर रही है। इसके लिए सूचना तंत्र का मजबूत होना अत्यंत आवश्यक है। उन्होंने कहा कि दवा विक्रेताओं, हॉस्टल के चौकीदारो व ग्राम प्रहरियों को जागरूक किया जा रहा है ताकि वो अपने इलाक़े में ड्रग्स बेचने और ख़रीदने वालों पर नज़र रखकर इसका सूचना तुरंत पुलिस को दे सके जिससे उनके ख़िलाफ़ तुरंत कार्यवाही की जा सके।


उन्होंने कहा कि सरकार द्वारा सीआरपीसी में बदलाव किया जा रहा है जिससे किसी भी क्राइम के अनुसंधान करने का तरीका और ज़्यादा मानवीय और वैज्ञानिक बनेगा । उन्होंने कहा कि पुलिस विभाग द्वारा 4000 जवानों की भर्ती प्रक्रिया चल रही है और अभी 608 महिला कांस्टेबल की परेड पूरी हुई है। विभाग में समय समय पर भर्ती करते हुए कार्य क्षमता को बढ़ाया जा रहा है।


- पुलिस विभाग की प्राथमिकताओं के अनुरूप एक दिशा में काम करे सभी अधिकारी व कर्मचारी- डीजीपी


-अच्छी नीयत रखते हुए प्रभावी तरीके से करे काम- पुलिस महानिदेशक


पुलिस अधिकारियों व कर्मचारियों की बैठक की अध्यक्षता करते हुए विभाग की प्राथमिकता का उल्लेख किया और कहा कि हम सभी को एक साथ मिलकर एक दिशा में काम करना होगा तभी भविष्य में उसके परिणाम अच्छे होंगे। उन्होंने कहा कि हर व्यक्ति में अपनी काबिलियत होती है, इसीलिए उनकी काबिलियत को पहचाने और साफ नियत से काम करे। काम को दो श्रेणी में बांटे - महत्वपूर्ण और अर्जेंट। अर्जेंट काम में स्थिति के अनुरूप काम होता है जबकि महत्वपूर्ण काम जैसे -प्रशिक्षण , कैपेसिटी बिल्डिंग से महकमा आगे बढ़ता है। इसके अलावा, अधिकारी अपना काम जरूर बांटे लेकिन अपनी जिम्मेदारी व उत्तरदायित्व का निर्वहन पूरी ईमानदारी से करे। उन्होंने कहा कि समाज मे 99.9 प्रतिशत लोग सही है लेकिन पुलिस कर्मियों को .1 प्रतिशत असामाजिक तत्वों के मन मे कानून का भय बिठाना है। कामयाबी उन्हें ही मिलती है जिन्हें अपने कार्यो के बारे में स्पष्ट जानकारी होगी। पुलिसकर्मी समय पर आए और समय पर अपना काम करे।


-दादागिरी व दबंगई नहीं चलेगी, पटाखे वाली बुलेट चलाने वालों की भी खैर नहीं-डीजीपी


उन्होंने कहा कि अब दादागिरी करने वाले लोगो से सख्ती से निपटा जाएगा। हमे लड़कियों के लिए ट्रांसपोर्ट व अन्य हॉटस्पॉट क्षेत्रो को सुरक्षित बनाना है। उन्होंने स्पष्ट कहा कि 4-5 लोगों का झुंड बनाकर खड़े होने वाले ऐसे लोग जो महिलाओं पर टिप्पणी करते है उनसे निपटने के लिए सख्त कदम उठाए जाएंगे। ऐसे लोगों के माता पिता से बात की जाएगी और नियमानुसार कार्यवाही की जाएगी। बैठक में पुलिस महानिदेशक ने हिसार रेंज के 10 पुलिसकर्मियों को प्रशंसा पत्र तथा नकद पुरस्कार भेंट कर सम्मानित किया।


इस अवसर पर हिसार रेंज के एडीजीपी श्रीकांत जाधव, हिसार जिले के एसपी गंगाराम पूनिया, पुलिस ज़िला हाँसी के एसपी मक़सूद अहमद, फतेहाबाद एसपी आस्था मोदी, सिरसा एसपी विक्रांत भूषण, जींद एसपी सुमित कुमार , पुलिस जिला डबवाली एसपी सुमेर सिंह सहित विभाग के अन्य अधिकारी उपस्थित थे।

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