हिमाचल प्रदेश के धर्मशाला तपोवन में विधानसभा गेट पर खालिस्तान के झंडे लगाने के मामले की जांच अब एसआईटी करेगी। पुलिस महानिदेशक संजय कूंडू ने अतिसंवेदशील मामले की जांच करने के लिए डीआईजी संतोष पटियाल के नेतृत्व में 6 सदस्यीय टीम गठित की है।
एसआईटी में एएसपी कांगड़ा पुनीत रघु, एसडीपीओ ज्वालाजी चंद्र पाल, सुशांत शर्मा डीएसपी सीआईडी मंडी, सिद्धार्थ शर्मा एसडीपीओ ज्वाली, एसएचओ धर्मशाला राजेश कुमार, एसआई नारायण सिंह सदस्य के रूप में शामिल किए गए हैं। डीजीपी कुंडू ने कहा कि एसआईटी खालिस्तान का झंडा लगाने के मामले की जांच करेगी। साथ ही समय पर जांच की अपडेट रिपोर्ट पुलिस मुख्यालय को भेजती रहेगी ।
गौरतलब है कि रविवार सुबह धर्मशाला तपोवन में विधानसभा के मेन गेट और चारदीवारी पर झंडे लगे मिले। झंडों पर खालिस्तान लिखा था। मामला सामने आने के बाद पुलिस ने मौके पर जाकर यह झंडे उतार दिए। पुलिस ने बताया कि स्थानीय लोगों ने मेन गेट पर झंडे लगे होने की सूचना दी। मामले की जांच जारी है।
विपक्ष के निशाने पर सत्ताधारी दल
खालिस्तान के झंडे लगने के मामले में सरकार लगातार विपक्ष के निशाने पर है। हिमाचल प्रदेश कांग्रेस चुनाव प्रचार समिति के अध्यक्ष और स्क्रीनिंग समिति के सदस्य सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि धर्मशाला में खालिस्तान के झंडे लगना सरकार की नाकामी है। प्रदेश में कानून और व्यवस्था का दिवाला निकल चुका है। घटना ने साबित कर दिया है कि जयराम सरकार प्रशासनिक रूप से अक्षम है। सरकार मामले के दोषियों को पकड़कर तुरंत सलाखों के पीछे डाले।