top of page
  • globalnewsnetin

प्लाज्मा थैरेपी से कोरोना की जंग लड़ रहे मरीजों के लिए जागी उम्मीद की किरण


चंडीगढ़ (अभिनव कालरा) प्लाज्मा थैरेपी से कोरोना पेशेंट को ठीक करने वाला पीजीआई चंडीगढ़ इस रीजन का पहला इंस्टीट्यूट बन गया है। कुरुक्षेत्र के 60 साल के अनिल गोयल को पीजीआई के डॉक्टर्स ने ठीक कर शुक्रवार को घर भेज दिया। मरीज 11 दिन में पूरी तरह से ठीक हो गया। देश में कोरोना संक्रमण के मामले बढ़ने पर विभिन्न मेडिकल इंस्टीट्यूट्स में प्लाज्मा थैरेपी और वैक्सीन आदि पर ट्रायल चल रहा है। केंद्र ने कोरोना की वैक्सीन के इंसानों पर ट्रायल के लिए पीजीआई चंडीगढ़ को अहम जिम्मेदारी सौंपी है।

पीजीआई के इंटरनल मेडिसिन के प्रो. पंकज मल्होत्रा ने बताया कि कोरोना पेशेंट अनिल गोयल को 30 मई को लाडवा से पीजीआई रेफर किया गया था। मरीज को निमोनिया था और बॉडी में ऑक्सीजन कम थी। पहले उन्हें ऑक्सीजन पर रखा गया। हमने तय किया कि इस मरीज का प्लाज्मा थैरेपी से इलाज कर सकते हैं। ब्लड ग्रुप और अन्य टेस्ट किए।

इसमें देखा कि मरीज के ब्लड ग्रुप से मैच करता प्लाज्मा हमारे पास है कि नहीं? इस प्रोसेस के बाद हमने आईसीएमआर से परमिशन ली। 31 मई को रात भर करीब 12 डॉक्टर्स की टाइम काम में लगी रही। सुबह 5 बजे हम इस नतीजे पर पहुंचे कि इस मरीज का प्लाज्मा थैरेपी से इलाज हो सकता है।

सुबह 5 बजे प्लाजमा का पहला डोज दिया। 12 से 15 घंटे में ही मरीज का ऑक्सीजन लेवल ठीक होने लगा। उसे लगी ऑक्सीजन हटा दी गई। 24 घंटे के बाद प्लाज्मा का दूसरा डोज दिया, जिसके बाद मरीज ठीक होने लगा। कुल मिलाकर तीन दिन में मरीज रिकवर हो गया। इसके बाद मरीज को 8 दिन ऑब्जर्व किया। पूरी तरह ठीक होने के बाद बुजुर्ग को घर भेज दिया गया।

0 comments
bottom of page