कंकण सूर्यग्रहण 21 जून 2020 रविवार को संपूर्ण भारत में दिखाई देगा !
चंडीगढ़ (अदिति) श्री सनातन धर्म मंदिर सेक्टर 48 C मोहाली के पुजारी आचार्य दीपक शास्त्री जी* ने व्यक्त किया कि आने वाली 21 जून को कंकण चूड़ामणि सूर्य ग्रहण लग रहा है जिसका कि व्यक्ति के कर्म एवं राशियों के अनुसार उतार चढ़ाव एवं मनुष्य के वर्तमान जीवन पर संसार पर इसका सीधा असर दिखाई पड़ता है ! ! भूलोक में 21 जून रविवार को प्रातः 9 बज कर 15 मिनट से ग्रहण प्रारंभ होकर दोपहर 03 बज कर 04 मिनट 01 सैकंड पर यह ग्रहण समाप्त होगा ! जिसका सूतक 12 घंटे पहले यानी कि 20 जून को रात्रि 9 वजकर 16 मिनट पर प्रारंभ हो जाएगा ! ग्रहण की अवधि संपूर्ण जगत में 5 घंटे 48 मिनट 03 सेकंड की रहेगी ! अलग-अलग नगरों में अलग-अलग समय अक्षांश रेखांश के अनुसार ग्रहण प्रारंभ एवं समाप्ति का समय होगा ! *ट्राइसिटी चंडीगढ़ , मोहाली ,पंचकूला में ग्रहण प्रातः 10:00 बज कर 20 मिनट पर प्रारंभ होकर दोपहर 1 बज कर 50 मिनट पर समाप्त (मोक्ष) होगा !* संपूर्ण भारत के नगरों एवं अन्य दक्षिणी पूर्वी विदेशों जैसे - पूर्वी यूरोप, ऑस्ट्रेलिया के उत्तरी क्षेत्र जैसे ,-फिजी, अफ्रीका, अफगानिस्तान पाकिस्तान चीन ,वर्मा, फिलीपींस आदि में यह ग्रहण अलग-अलग अक्षांश रेखांश के अनुसार इस ग्रहण का सूतक एवं ग्रहण प्रारंभ एवं समाप्त होगा ! *ग्रहण का भारतीय ज्योतिष के अनुसार बारह राशियों पर शुभ या अशुभ फल इस प्रकार होगा !* *यह ग्रहण मृगशिरा एवं आर्द्रा नक्षत्र मिथुन राशि पर घटित हो रहा है* जिससे कि प्रधान नेता , एवं केंद्रीय सत्ता के लिए कठिन एवं चुनौतीपूर्ण यह समय होगा, प्राकृतिक प्रकोपों आपदाओं से व्यापक जन धन की हानि होगी ,मिथुन राशि वालों के लिए यह ग्रहण शुभ फल दायक नहीं है । इस राशि वालों को विशेष जप, दान , पाठ आदि करना अति आवश्यक है ! *ग्रहण का राशियों के अनुसार शुभ अशुभ फल-* मेष -राशि - के लिए धन लाभ सुख सौभाग्य ! वृषभ राशि- धन हानि धन की चिंता बढ़ेगी ,,! मिथुन राशि- दुर्घटना, चोटभय, चिंता, बढ़ेगी ! कर्क राशि- धन हानि एवं धन आने में विलंब रहेगा ! सिंह राशि -धन का लाभ कार्य में उन्नति मिलेगी ! कन्या राशि- रोग ,कष्ट भय ! तुला राशि -चिंता, संतान का कष्ट ! वृश्चिक राशि- शत्रुओं का भय एवं साधारण लाभ ! धनु राशि- स्त्री पति एवं परिवारिक कष्ट ! मकर राशि- रोग एवं गुप्त चिंता रहेगी ! कुंभ राशि - खर्च अधिक रहेगा एवं कार्य में विलंब होगा ! मीन राशि- के लिए कार्य सिद्धि के योग हैं ! *सूतक एवं ग्रहण काल में क्या करें क्या ना करें !* सूतक एवं ग्रहण काल में मंदिर के कपाट बंद रहेंगे, तथा घर पर मूर्ति स्पर्श करना वर्जित है परन्तु मानसिक पूजा जाप कर सकते हैं, धार्मिक ग्रंथ पढ सकते हैं, ग्रहण प्रारंभ होने के बाद एवं ग्रहण समाप्ति तक अनावश्यक खाना-पीना वर्जित है, शयन करना, मल मूत्र का त्याग करना , तेल मार्जन करना वर्जित है ,,झूठ कपट आदि वृथा अलाप, नाखून काटना आदि से परहेज करना चाहिए! घर पर पका हुआ अन्न , कटी हुई सब्जी ,फल, गुंदा हुआ आटा, रखना वर्जित है ! यह वस्तुएं ग्रहण काल में दूषित हो जाती हैं इन्हें ग्रहण काल में एवं ग्रहण समाप्ति के बाद इस्तेमाल नहीं करना चाहिए ! जलादि वस्तुओं में तुलसी मंजरी या कुशा डालकर रखें, शरीर से अस्वस्थ एवं दवाई आदि लेने के लिए जल आदि का प्रयोग कर सकते हैं ! तैलिय एवं सूखा अन्न, दूध ,घी, मक्खन ,पनीर आदि दूषित नहीं होते ! विशेषकर गर्भवती स्त्रियों को ग्रहण काल में सब्जी काटने , शयन करना, पापड़ सेकने आदि उत्तेजक कार्यों से परहेज करना चाहिए तथा ग्रहण काल में धार्मिक ग्रन्थों का पाठ , जाप आदि करते हुए प्रसन्न चित्त रहें इससे भावी संतति स्वस्थ एवं सद्गुणी होती है । तथा समस्त जनों को ग्रहण प्रारंभ होने से पहले स्नान कर दान योग्य वस्तु का संकल्प करें ! तत्पश्चात ग्रहण समाप्ति मोक्ष में स्नान करने के बाद दान कर देना चाहिए ! तथा ग्रहण काल में धार्मिक ग्रंथों का पाठ ,आदित्य हृदय स्तोत्र का पाठ ,सूर्य गायत्री जाप, महामृत्युंजय जाप, गौ सेवा, गाय दान करें! तथा संभव हो तो ग्रहण मोक्ष के समय तीर्थ आदि में स्नान दान करना चाहिए ! जिससे समस्त आधी व्याधि दूर होती है एवं शुभ फल आर्यु आरोग्यता प्राप्त होती है ! *यतो धर्मं ततो जयं*