हरियाणा के मुख्य सचिव श्री संजीव कौशल ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से आज भारतीय प्रबंध संस्थान (आईआईएम), रोहतक के 14वें स्थापना दिवस समारोह में बतौर मुख्य अतिथि शिरकत की और छात्रों के साथ सीधे संवाद करते हुए बताया कि हरियाणा सरकार ने एक बड़ा कदम उठाते हुए परिवार को एक इकाई मानकर परिवार पहचान पत्र (पीपीपी) बनाया है, जिसमें प्रत्येक सदस्य की जानकारी दर्ज है। लगभग 600 से अधिक योजनाओं व सेवाओं को इससे जोड़ा जा चुका है।
छात्रों के प्रश्नों का जवाब देते हुए श्री कौशल ने कहा कि पीपीपी बनने से अब नागरिकों को जन्म प्रमाण पत्र, जाति प्रमाण पत्र, आय प्रमाण पत्र और राशन कार्ड बनवाने का केवल एक क्लिक के माध्यम से ऑनलाइन हो रहा है। इतना ही नहीं, सभी सरकारी योजनाओं व सेवाओं का लाभ भी पात्र लाभार्थियों को बड़ी सरलता से मिल रहा है।
उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने नागरिक केंद्रित योजनाओं का समयबद्ध वितरण सुनिश्चित करने के लिए सेवा का अधिकार आयोग बनाया है। इसके अलावा, नागरिकों की सुविधा के लिए ऑटो अपील सॉफ्टवेयर (आस) भी विकसित किया है, जिसमें समयबद्ध तरीके से सेवा न मिलने पर स्वतः ही अपील अगले प्राधिकारी के पास चली जाती है।
उन्होंने कहा कि हरियाणा सरकार ने अदालतों में हिन्दी भाषा पर बल देने के लिए भी न्यायाधीशों के साथ प्रयास शुरू किए हैं, ताकि प्रदेश के नागरिकों को अदालतों के आदेश हिन्दी भाषा में मिल सकें।
राज्य सरकार सांस्कृतिक विरासत को संरक्षित करने के लिए कर रही है पहल
सांस्कृतिक विरासत को संजोने के संबंध में एक छात्र द्वारा पूछे गए प्रश्न का जवाब देते हुए श्री कौशल ने कहा कि राज्य सरकार सांस्कृतिक विरासत को संरक्षित करने के लिए पहल की जा रही है। उन्होंने कहा कि इस क्षेत्र में प्रबंधन के छात्रों के लिए अपार अवसर हैं। प्रदेश सरकार गीता की धरा कुरुक्षेत्र में कृष्णा सर्किट विकसित किया जा रहा है। इसके अलावा, राखीगढ़ी को भी पर्यटन की दृष्टि से विकसित किया जा रहा है। सांस्कृतिक विरासत को संरक्षित करने के इस प्रयास में युवा सुझाव व प्रबंधकीय इनपुट प्रदान कर सकते हैं।