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लोस व विस में आरक्षण का सपना मोदी की अगुवाई में हो रहा साकार: डॉ. चौहान


करनाल: भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता डॉ. वीरेंद्र सिंह चौहान ने लोकसभा व राज्य विधानसभाओं में महिलाओं के लिए आरक्षण का प्रावधान करने वाला नारी शक्ति वंदन विधेयक संसद के विशेष सत्र में पेश किए जाने को एक ऐतिहासिक पहल कदमी करार दिया है। उन्होंने कहा कि यह कदम लोकसभा और विधानसभा में महिलाओं के सम्मानजनक प्रतिनिधित्व के साथ-साथ उनका व्यापक सशक्तिकरण सुनिश्चित करेगा। यहां जारी एक वक्तव्य में उन्होंने उम्मीद जताई कि यह कानून सर्वसम्मति से बनेगा और विपक्षी दल किसी बेतुकी बहानेबाजी का आसरा लेकर इसे समर्थन देने से कन्नी नहीं काटेंगे।

डॉ. चौहान ने बताया कि करनाल सहित पूरे राज्य से भारतीय जनता पार्टी की लगभग 2000 महिला कार्यकर्ता और नेत्री गुरुवार को नए संसद भवन में इस ऐतिहासिक बिल पर चर्चा की साक्षी बनेगी।

भाजपा प्रवक्ता डॉ वीरेंद्र सिंह चौहान ने कहा कि बिल के मसौदे के अनुसार नए प्रावधान नई जनगणना और उसके उपरांत होने वाले परिसीमन के बाद लागू किए जा सकेंगे।डॉ. चौहान ने कहा कि संसद में इस समय विचाराधीन बिल मातृशक्ति के सम्मान के प्रति प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भारतीय जनता पार्टी के नेतृत्व वाले गठबंधन की प्रतिबद्धता का प्रमाण है। भाजपा नेता ने कहा कि महिलाओं की भागीदारी के लिए कानून लाने की बात 1960 के दशक से चल रही थी। सर्वाधिक लंबे समय तक देश में शासन करने वाली कांग्रेस पार्टी ऐसा कानून संसद से पारित नहीं करवा पाई। आज नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारतीय जनता पार्टी की सरकार देश की आधी आबादी को लोकसभा और विधानसभाओं में प्रतिनिधित्व देने की संवैधानिक गारंटी देने जा रही है। डॉ. चौहान ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी ने अपने संगठन में महिलाओं को प्रतिनिधित्व का प्रावधान कर इससे पहले एक अनुकरणीय पहल कर दी थी।

भाजपा प्रवक्ता ने कहा कि स्थानीय निकाय और पंचायती राज संस्थाओं में महिलाओं के लिए 50% हिस्सेदारी सुनिश्चित करने का कानून बनाकर मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर के नेतृत्व वाली हरियाणा सरकार ने पहले ही समूचे देश के सामने एक अनूठी नजीर पेश कर दी थी। उस समय हमारे विरोधियों ने कहा था कि ऐसा प्रावधान लोकसभा और विधानसभा में ही होना चाहिए। भारतीय जनता पार्टी की सरकार ने आज उस दिशा में भी कदम बढ़ा दिए हैं। उन्होंने कहा कि यह अवसर महिला आरक्षण के लिए संघर्ष करने वाली तत्कालीन सांसद श्रीमती सुषमा स्वराज सहित सभी महिला सांसदों को स्मरण कर उनका वंदन करने का भी है।

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