केंद्रीय वित्त राज्य मंत्री भागवत करड़ ने बताया की हमने भारत सरकार की तरफ से पीएम स्वनिधि योजना की जानकारी देने पहुंचे है जिसमे तमाम राज्य चंडीगढ़ सहित,पंजाब,हिमाचल,जम्मू कश्मीर,लद्दाख और हरियाणा को लेकर तमाम जानकारी दी । जिसमे की पूरे भारत में इसी की बैठके हो रही है और आज चौथी मीटिंग थी।इस निधि की बात करे तो यह योजना हाउसिंग और फाइनेंस के माध्यम से एलान की गई थी लेकिन कोविड की वजह से पहले आगे नहीं बढ़ाया गया इसमें गरीब से गरीब आदमी भी जिसमे वेंडर शामिल है की उनकी मदद है लेकिन इसमें बैंक में अगर वह आग्रह करते है तो इसमें निवास स्थान प्रूफ,बैंक खाता खोलना और MC की चिट्ठी लगती है जिसके बाद सिब्बल रिकॉर्ड नही देखा जाता पर कुछ समस्या यह है की जो लोग ग्रामीण क्षेत्र से आकर काम कर वापिस चल जाते है।
पहली में एप्लिकेशन देने पर 10 हजार मिलते हैं और इसके लिए चक्कर नही लगाने पड़ते वही दूसरी बार जब आप पैसा वापिस कर देते है तो यह राशि 20 हजार रु हो जाति है फिर यह 50 हजार हो जाति है तो उसके बाद मुद्रा लोन में 10 लाख का कर्ज मिल जाता है।
एमएसएमई सेक्टर ने इन लोगो को दर्जा देने का सेकुलर निकाला है जिससे यह 40 लाख रु तक का लोन देना है ताकि धीरे धीर वह एक इंडस्ट्रिलिस्ट बन सके।इस लिए फाइनेंस और अर्बन मिलकर काम करते हैं।यह दो महीने में 25 हजार से ज्यादा लोन सेक्शन हो थे हैं।