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खिलाड़ियों को अंतरराष्ट्रीय मुकाबलों के लिए तैयार करने पर केंद्रित होगी नयी खेल नीति : मीत हेयर


चंडीगढ़ (गुरप्रीत) पंजाब को खेलों में देश का अग्रणी राज्य बनाने के लिए राज्य में बनाई जा रही नयी खेल नीति जमीनी स्तर पर खिलाड़ियों को अंतरराष्ट्रीय मुकाबलों के लिए तैयार करने, राष्ट्रीय मुकाबलों के विजेता खिलाड़ियों का मान-सम्मान, खिलाड़ियों को नौकरियाँ, कोचों को अवार्ड देने और कालेजों-यूनिवर्सिटियों के खिलाड़ियों को मुकाबले का साथी बनाने पर केंद्रित होगी। यह जानकारी पंजाब के खेल मंत्री गुरमीत सिंह मीत हेयर ने नयीं खेल नीति के लिए बनाई माहिरों की कमेटी के साथ मसौदे पर विचार-विमर्श करने के उपरांत दी।

मीत हेयर ने कहा कि मुख्यमंत्री भगवंत मान की तरफ से खेल क्षेत्र को प्रमुख प्राथमिकता देने के निर्देशों के अंतर्गत खेल नीति में इस बात पर ज़ोर दिया जायेगा कि खिलाड़ियों को अंतरराष्ट्रीय मुकाबलों की तैयारी करवाने पर ध्यान केंद्रित किया जाये। उन्होंने कहा कि हाल ही में ओलम्पिक्स की तैयारी के लिए एथलीट अकशदीप सिंह को 5 लाख रुपए की नकद राशि दी गई है। भविष्य में दूसरे बड़े मुकाबलों की तैयारी के लिए भी खिलाड़ियों को नकद राशि देने को नीति का हिस्सा बनाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि खिलाड़ियों को मुकाबलों के लिए तैयार करना बड़ी बात है, पदक जीतने के बाद तो हर कोई इनाम, मान-सम्मान दे देता है परन्तु ज़रूरत है मुकाबले से पहले तैयारी के लिए मदद की जाये।

खेल मंत्री ने बताया कि राष्ट्रीय स्तर के सीनियर और जूनियर मुकाबलों के पदक विजेताओं को हर महीने वज़ीफ़ा देने के लिए ओलम्पियन बलबीर सिंह सीनियर वज़ीफ़ा स्कीम शुरू की गई है। मीटिंग में यह विचार किया गया कि इसका दायरा बढ़ाया जाये और वज़ीफ़ा राशि भी बढ़ाई जाये। खिलाड़ियों को अंतरराष्ट्रीय मुकाबलों के पदके अनुसार नौकरी देने को प्राथमिकता दी जायेगी। खिलाड़ियों को दिए जाते महाराजा रणजीत सिंह अवार्ड की तर्ज़ पर कोचों के लिए अवार्ड शुरू किया जायेगा। निचले स्तर पर खिलाड़ियों को तैयार वाले कोचों को भी अनदेखा नहीं किया जायेगा। कालेजों-यूनिवर्सिटियों में खेल मुकाबलों का स्तर ऊँचा उठाने के लिए राज्य की यूनिवर्सिटियों के अंतर यूनिवर्सिटी खेल मुकाबले करवाए जाएंगे।

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