top of page
  • globalnewsnetin

गुरु जम्भेश्वर विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय छात्रावास नम्बर-04 की विंग विंग का उद्घाटन


चंडीगढ़: हरियाणा के माननीय राज्यपाल व विश्वविद्यालय के कुलाधिपति बंडारू दत्तात्रेय ने कहा कि गुरु जम्भेश्वर जी महाराज की शिक्षाएं युगों-युगों तक मानवता का मार्गदर्शन करती रहेगी। गुरु जम्भेश्वर जी महाराज एक महान संत एवं पर्यावरणविद् थे। गुरु जम्भेश्वर जी महाराज के नाम पर स्थापित गुरु जम्भेश्वर विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय गुरु जी की शिक्षाओं व सिद्धांतों को स्थापित करने में अपना बहुमूल्य योगदान दे रहा है।

हरियाणा के राज्यपाल व कुलाधिपति श्री बंडारू दत्तात्रेय ने सोमवार को विश्वविद्यालय में लडक़ों के छात्रावास नम्बर-04 की अन्तर्राष्ट्रीय विंग का उद्घाटन तथा हरियाणा स्कूल ऑफ बिजनेस के विस्तारीकरण का शिलान्यास करते हुए यह बात कही। इस अवसर पर विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. नरसी राम बिश्नोई भी उपस्थित रहे। कुलाधिपति ने विश्वविद्यालय के गुरु जम्भेश्वर जी महाराज धार्मिक अध्ययन संस्थान का दौरा भी किया। उन्होंने संस्थान परिसर में स्थापित गुरु जम्भेश्वर जी महाराज की प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित की तथा गुरु जम्भेश्वर जी महाराज के मंदिर में पूजा-अर्चना की।

गुरु जम्भेश्वर जी महाराज के बारे में अपने विचार व्यक्त करते हुए माननीय राज्यपाल ने कहा कि देश की अध्यात्मिक तथा पर्यावरणीय चेतना को जागृत करने में गुरु जम्भेश्वर जी महाराज ने अहम भूमिका निभाई हुई है। उनके अनुयायी आज भी वृक्षों व जीव जन्तुओं से बहुत अधिक प्रेम करते हैं। कुलपति प्रो. नरसी राम बिश्नोई ने राज्यपाल महोदय को गुरु जम्भेश्वर जी महाराज के 29 सिद्धांतों व उनके जीवन तथा कार्यों के बारे में विस्तार से जानकारी दी। कुलपति प्रो. नरसी राम बिश्नोई माननीय राज्यपाल को छात्रावास से संबंधित व्यवस्थाओं के बारे में भी बताया।

उन्होंने लडक़ों के छात्रावास नम्बर-04 की अन्तर्राष्ट्रीय विंग का उद्घाटन तथा हरियाणा स्कूल ऑफ बिजनेस के विस्तारीकरण का शिलान्यास के बाद छात्रावास परिसर में रुद्राक्ष का पौधा भी रोपित किया। कार्यक्रम के दौरान कुलसचिव प्रो. अवनीश वर्मा, कुलपति के तकनीकी सलाहकार प्रो. विनोद छोक्कर व प्रो. संदीप राणा, प्रो. डी. कुमार, प्रो. एन.के. बिश्नोई, चीफ वार्डन प्रो. ओ.पी. सांगवान प्रो. वी.के. बिश्नोई, प्रो. कर्मपाल नरवाल, प्रो. एच.सी. गर्ग व कुलपति के ओएसडी संजय सिंह भी उपस्थित रहें।

लडक़ों के छात्रावास नम्बर-04 की अन्तर्राष्ट्रीय विंग के निर्माण पर कुल 9 करोड़ पचास लाख की लागत आई है। 5614 वर्ग मीटर में बनी इस पांच मंजिला इमारत में 24 कमरे टू-सीटर है। 40 कमरे थ्री-सीटर तथा 16 कमरे फोर-सीटर है। लिफ्ट प्रावधान वाली इस अन्तर्राष्ट्रीय विंग में बने टू-सीटर कमरों के साथ टॉयलेट तथा पैंटरी भी अटैच है। ये कमरे अन्तर्राष्ट्रीय विद्यार्थियों के लिए निर्धारित है। विद्यार्थियों की अन्तर्राष्ट्रीय स्तर की सुविधाओं के आधार पर बनी यह इमारत पर्यावरण तथा सुरक्षा के मापदंडों के आधार पर डिजाइन की गई है। यह इमारत भूकंप-रोधी भी है।

हरियाणा स्कूल ऑफ बिजनेस (एचएसबी) के विस्तारीकरण पर 6 करोड़ 9 लाख 41 हजार रुपए की अनुमानित लागत आएगी। 2632 वर्ग मीटर में बनने वाले इस इमारत में 50 विद्यार्थियों की क्षमता के 12 कक्षा कक्ष, 70 विद्यार्थियों की क्षमता में 6 लेक्चर हॉल तथा 02 एएचयू रूम बनाए जाएगें। भूकंपरोधी इस बिल्डिंग में लिफ्ट का प्रावधान भी किया गया है।

bottom of page